यदि दुनिया की सारी मधुमक्खियां मर गई तो क्या होगा
✔ दुनिया के प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा हैं कि दुनिया की आखरी मधुमक्खी के मरने के 4 साल के भीतर पृथ्वी से मनुष्य की प्रजाति ही समाप्त हो जाएगी।
✔ पराग की प्रक्रिया का सिद्धांत बताता है कि सबसे पहले फलों और सब्जियों का उत्पादन बंद हो जाएगा और फल बहुत महंगे हो जाएंगे।
✔ मधुमक्खियां नहीं होंगी तो फल नहीं होंगे और फल नहीं होंगे तो बीज नहीं होंगे। बताने की जरूरत नहीं कि बीज नहीं होंगे तो नए पौधे नहीं होंगे। फलदार वृक्ष खत्म होते चले जाएंगे।
✔ कुछ पक्षी ऐसे हैं जिनका भोजन मधुमक्खी होता है। यदि मधुमक्खियां मर गई तो वह पक्षी भी मर जाएंगे (क्योंकि वह इंसान नहीं है जो वेज ना मिले तो नॉनवेज खाने लगता है।)।
✔ बिना फल और सब्जी के केवल अनाज और दालों की दम पर मनुष्य को जिंदा रहना पड़ेगा। जंगल खत्म होने लगेंगे। ऑक्सीजन की मात्रा कम होने लगेगी (वास्तव में ऑक्सीजन कम होने लगी है)। जंगल नहीं होंगे तो हवा नहीं चलेगी। हवा नहीं चलेगी तो खेती नहीं हो पाएगी।
✔ मनुष्य के शरीर की शक्ति क्षीण हो जाएगी।
✔ सब कुछ धीरे-धीरे ठीक उसी प्रकार खत्म होने लगेगा जैसे एक फूल सूखने लगता है
इसलिए हमे अगर जिंदा रहना है तो मधु मक्खियों को हर हाल मे बचाना होगा
SAVE THE BEES, SAVE THE ERTH
क्योंकि ये नहीं तो हम भी नहीं
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